Thursday, February 4, 2010


नन्ही चिड़िया के देश से

ओ नन्ही चिड़िया !!! सच बता तूने आना क्यू छोड़ दिया,
सच बता तूने वो गाना क्यू छोड़ दिया
कैसे भूल सकता हू तुम्ही तो सबसे पहले आकर मुझे जगाती थी,
खिडकी से मुझे देखती और अपनी प्यार तान सुनाती थी,
सच बात नन्ही चिड़िया तूने वो गाना क्यू छोड दिया
सच बता तूने आना क्यू छोड दिया????

तेरे बिना अब सुबह जैसे देर से होती है,
सुरज आ कर भी मुझे नहीं जगाता ,
चन्दा जाते हुए भी मुझे नहीं बताता,
चाय की प्याली तेरे बिना रास नहीं आती ,
अखबार के पन्ने तेरी याद मे अधुरे लगते है,
सच पीपल,आम,पलास अब सब सुने लगते है,
सच बता अपनी सखियों के साथ तूने आना क्यू छोड़ दिया,
सच बता तूने वो गाना छोड़ दिया?????

नन्ही चिड़िया सच बता कही तू ही तो न थी,
फुदकती,कलपती सच बता कही तू ही तो न थी,
कल ही तो देखा था मैंने, तेरा सघन व्योम एक छोटे पिंजरे में बंद,
तू कैसे उछ्ली थी मुझे देख कर उस बन्द पिन्जरे मे,
जैसे समझा रही हो मुझे , ये घर ही मेरी धरती मेरा आकाश है,
अपने बच्चों से दूर, अपने नीड़ से दूर,
अब यही मेरा आवास है, यही मेरा प्रवास है,

अब पता चला नन्ही चिड़िया तुने आना क्यु छोड दिया,
सच नन्ही चिडिया तुने वो गाना क्यु छोड दिया????

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